लहसून खाना कोई पाप नहीं
सफेद रंग में रंगा एकदम झक्क सफेद छिलकों से ढंका-धुपा लहसून को बेवजह ही बदनाम कर दिया गया है , लोग कहते हैं नहीं भाई हम तो लहसून-प्याज नहीं खाते , मानों लहसून खाना कोई पाप हो , लहसून तो एक ऐसी शक्तिशाली जड़ी-बूटी है जिसके औषधीय गुणों के लिए यह सदियों से जाना जाता है , इसमें ऐसे ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जिसकी बराबरी मेडिकल की दवाइया भी नहीं कर सकतीं
लहसुन
खाने के अनेक फायदे हैं , 71 वर्षीय राजकुमार यादव बताते हैं कि लहसून दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं और
उनको इससे बहुत लाभ हुआ है बैज्ञानिक विश्लेषण मे पाया गया है कि लहसुन में एलिसिन
नामक एक यौगिक होता है जो रक्तचाप (Blood
Pressure) को नियंत्रित करने और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करता है। यह धमनियों को लचीला बनाए रखता है और रक्त के
थक्के बनने की संभावना को कम करता है, जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
रुचिका वोहरा कमजोरी के कारण अनेक प्रकार से खुद को असुविधाजनक स्थिति में पाती थी उसने किसी की सलाह पर लहसून का सेवन शुरु किया तो पता चला कि उसकी इम्यूनिटी में अच्छा खासा इजाफा हुआ है, लहसून रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को बढ़ाता है लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। यह श्वेत रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाता है जो संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में मदद करती हैं। सर्दियों में सर्दी, खांसी और फ्लू से बचाव के लिए लहसुन का सेवन बहुत लाभकारी माना जाता है।
प्रतीक खरे अपनी दिनचर्या के कारण खाने-पीने का ध्यान नहीं रख पाते थे उन्होंने भी इसके चलते अपने पाचन तंत्र को कमजोर कर डाला फिर उसने लहसून के फायदों पर कोई किताब पढ़ी और पाया कि यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है फिर क्या था उसने बी उसके नुस्खो को आजमाया , लहसुन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह पेट में जमा विषाक्त पदार्थों (Toxins) को बाहर निकालने में सहायक होता है और पाचन संबंधी समस्याओं जैसे गैस और अपच को कम कर सकता है।
जोड़ों के दर्ध से परेशान रहने वाले बुजुर्गों के लिए यह एक वरदान है लहसून हड्डियों को मजबूत बनाता है, इस पर अनेक शोध हो जुके हैं कुछ शोध बताते हैं कि लहसुन में मौजूद कुछ पोषक तत्व जैसे कैल्शियम और मैंगनीज हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। यह विशेष रूप से महिलाओं में ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी समस्याओं को कम करने में मददगार हो सकता है। जो लोग अपने भारी वजन के कारण परेशान हैं वे इसे वजन घटाने में सहायक मानते हैं दरअसल लहसुन मेटाबॉलिज्म (Metabolism) को तेज करता है और शरीर में जमा अतिरिक्त वसा को कम करने में मदद कर सकता है। इसे अपनी डाइट में शामिल करने से वजन घटाने की प्रक्रिया में सहायता मिल सकती है।
लहसून का उपयोग त्वचा और बालों के लिए भी लाभकारी होता है लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करते हैं। यह पिंपल्स जैसी समस्याओं को कम कर सकता है। साथ ही, यह बालों को मजबूत बनाने और झड़ने से रोकने में भी मददगार होता है।यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि लहसुन के स्वास्थ्य लाभों के बावजूद, इसका सेवन हमेशा संतुलित मात्रा में करना चाहिए। अगर आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो इसे अपनी डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होगा।
हर परिस्थिति में लहसून का उपयोग लाभकारी नहीं होता इसलिए यह भी जानना जरुरी है कि कब-कब यह हानिकारक भी हो सकता है । लहसुन, अपने कई फायदों के बावजूद, कुछ खास स्थितियों और लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है। यदि आपको किन्ही कारणों से कोई आपरेशन करवाना हो तो सर्जरी से पहलेकम से कम 10 दिन पहले से लहसुन का सेवन बंद कर देना चाहिए। लहसुन में खून को पतला करने का गुण होता है, जिससे सर्जरी के दौरान या बाद में अत्यधिक रक्तस्राव (bleeding) का खतरा बढ़ सकता है।
अगर आप कोई खून पतला करने वाली दवाई जैसे वारफेरिन, एस्पिरिन आदि का उपयोग कर रहे हों तो इसके साथलहसुन का सेवन सावधानी से या डॉक्टर की सलाह पर ही करें। लहसुन का गुण इन दवाओं के प्रभाव को और बढ़ा सकता है, जिससे रक्तस्राव का जोखिम बढ़ जाता है। पाचन संबंधी समस्याओं के कारण जिन लोगों को एसिडिटी, हार्टबर्न, गैस या पेट में अल्सर की समस्या है, उन्हें लहसुन का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। खाली पेट कच्चा लहसुन खाने से ये समस्याएं और भी बढ़ सकती हैं, जिससे सीने में जलन और पेट में दर्द हो सकता है। इसी तरह से निम्न रक्तचाप (Low Blood Pressure) की समस्या से जूझ रहे लोग भी सचेत रहें लहसुन में रक्तचाप को कम करने का गुण होता है।
यदि आपको पहले से ही निम्न रक्तचाप की समस्या है, तो लहसुन
का अधिक सेवन करने से आपका ब्लड प्रेशर और भी कम हो सकता है, जिससे चक्कर आने या कमजोरी महसूस होने जैसी समस्या हो सकती है। कुछ
लोगों को लहसुन से एलर्जी होती है यदि ऐसा
है तो ऐसे में लहसुन खाने से त्वचा पर चकत्ते, खुजली,
या साँस लेने में तकलीफ हो सकती है। यदि आप ऐसी कोई भी प्रतिक्रिया
महसूस करते हैं, तो इसका सेवन तुरंत बंद कर दें। लहसून का
अधिक मात्रा में सेवन भी नुकसान दायक है ज्यादा लहसुन खाने से उल्टी, मतली, दस्त या लिवर को नुकसान होने जैसी समस्याएं हो
सकती हैं।
आपने देखा होगा कि लहसून
को अक्सन तड़का या छौंक मे उपयोग मे लाया जाता है लहसुन
को छौंक (तड़का) में डालने के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं,
जो सिर्फ स्वाद तक ही सीमित नहीं हैं। यह एक वैज्ञानिक और पारंपरिक
तरीका है जो डिश को पूरी तरह से बदल देता है। जब लहसुन को गर्म तेल या घी में डाला
जाता है, तो यह अपनी तीखी गंध और स्वाद को खोकर एक गहरी,
मीठी और बहुत ही अच्छी खुशबू और स्वाद देता है। यह प्रक्रिया लहसुन
में मौजूद तीखे यौगिकों को तोड़ देती है और उन्हें एक नरम, भूरे
रंग का रूप दे देती है, जिससे डिश का स्वाद बहुत बढ़ जाता
है। अक्सर छौंक ही किसी भी डिश की शुरुआत होती है। लहसुन को शुरू में डालने से यह
पकवान का एक मजबूत और स्वादिष्ट आधार (flavor base) बनाता
है। इसके बाद जो भी सामग्री डाली जाती है, वह इसी
लहसुन-युक्त तेल के स्वाद को सोख लेती है।
किसी भी वस्तु का सेवन अधिक मात्रा मे करना हमेशा नुकसानदायक होता है इसलिए यदि आप डाक्टर की सलाह के बिना ऐसा कर रहे हैं तो सचेत हो जाइए और एक बार अपने चिकित्सक से जरुर सलाह ले लें
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